DETAILED NOTES ON DHAN KA PARYAYVACHI SHABD

Detailed Notes on dhan ka paryayvachi shabd

Detailed Notes on dhan ka paryayvachi shabd

Blog Article

 ओज – तेज, शक्ति, बल, चमक, कांति, दीप्ति, वीर्य।

किरण – अंशु, रश्मि, कला, कर, गो, प्रभा, दीधिति, मयूख, मरीचि।

 आवास – निवास -स्थान, घर, निलय, निकेत, निवास।

आयुष्मान – चिरंजीवी, दीर्घ, जीवी, शतायु, दीर्घायु।

गंगा – देवनदी, भागीरथी, सुरसरिता, जाह्नवी, मन्दाकिनी विष्णुपदी, सुरसरि, देवपगा, सुरधुनी।

 ईर्ष्या – स्पर्धा, मत्सर, डाह‌, जलन, कुढ़न।

अहंकार – दंभ, गर्व, अभिमान, दर्प, मद, घमंड, मान।

 इंद्रपुरी – अमरावती, देवपुरी, इंद्रलोक, देवलोक।

निवेदन – विनय, अनुनय, विनती, प्रार्थना, गुजारिश, इल्तजा।

अंतर्गत – शामिल, सम्मिलित, भीतर आया हुआ गुप्त।

अनुपम – अनोखा, अनूठा, अपूर्व, अद्भुत, अद्वितीय, अतुल।

ठिठुरना – शीत लगना, काँपना, थरथराना, सिकुड़ना।

पद किसे कहते हैं?, शब्द और पद में अंतरसयुंक्त वाक्य की परिभाषा एवं उदाहरणलिपि किसे कहते check here है?

घर – आलय, आवास, गृह, निकेतन, निलय, निवास, भवन, सदन।

Report this page